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Sunday, July 26, 2020

Kargil Vijay Diwas 2020: विजय दिवस की 21 वीं वर्षगांठ पर राजनाथ सिंह ने दी भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि।

Kargil Vijay Diwas 2020: विजय दिवस की 21 वीं वर्षगांठ पर राजनाथ सिंह ने दी भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि।

: विजय दिवस की 21 वीं वर्षगांठ पर राजनाथ सिंह ने दी भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि।

करगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है?-

कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों को सम्मान देने हेतु मनाया जाता है। 1999 में 26 जुलाई के दिन भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ते हुए कारगिल की पहाड़ियों पर तिरंगा लहराया था। हमारे जवानों ने अपना तेज, बल और साहस दिखाया और जांबाजी से युद्ध लड़ते हुए दुश्मन को भागने पर मजबूर कर दिया। जिससे भारत देश विजयी हुआ था।

करगिल विजय दिवस कब है?

भारत में कारगिल विजय दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई के दिन मनाया जाता है। यह दिन उस दिन को याद दिलाता है जब भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध लगभग 60 दिनों तक चला, जिसमें हमारे बहुत से देश रक्षक जवान शहीद हुए थे और 26 जुलाई के दिन इस युद्ध का अंत हुआ और इसमें हमारे देश भारत को विजय प्राप्त हुई थी।

भारत में कारगिल विजय दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई के दिन मनाया जाता है।


21 साल पहले कैसे हुआ यह घमासान युद्ध

मुश्किलें बहुत सी थीं लेकिन हमारे जवान अटल रहे। पाक सैनिक ऊंची पहाड़ियों पर चौकी बनाकर बैठे थे। भारतीय जवान क्या कम थे, उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी। दो महीने भारतीय जवान भूखे-प्यासे सर्द मौसम की मुश्किलों को झेलते हुए डटे रहे। कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर करीब 60 दिनों तक बहुत ही भयानक युद्ध चला जिसमें भारतीय सैनिकों ने आखिरकार पाक सैनिकों को मजबूर कर दिया और उन्हें भारतीय सेना के आगे झुकना ही पड़ा ।


कारगिल विजय दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान और चीन को चेताया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत पहले हमला नहीं करता है, लेकिन हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब देने से भी पीछे नहीं हटता। राजनाथ सिंह ने यह बात देश के वीर जवानों के नाम जारी संदेश में कही। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे थे। राजनाथ सिंह के साथ वहां तीनों सेना प्रमुख भी मौजूद थे। राजनाथ सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

देश आज कारगिल विजय दिवस की सालगिरह मना रहा है। विजय दिवस की 21वीं वर्षगांठ पर पूरा देश भारत के वीर सपूतों के अदम्य साहस और कुर्बानी को याद कर रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह ने शहीदों को नमन किया। 

प्रधानमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट कर कहा, 'कारगिल विजय दिवस के मौके पर, हम अपने सशस्त्र बलों के साहस और दृढ़ संकल्प को याद कर रहे हैं, जिन्होंने 1999 में हमारे देश की रक्षा की। उनकी वीरता पीढ़ियों को प्रेरित करती है।'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और तीनों सेना प्रमुख भी मौजूद रहे। इश दौरान उन्होंने कहा कि कहा कि कारगिल की ​विजय दिलाने वाले सेना के जवानों की शहादत सदैव हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करेगी।

इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि कारगिल विजय दिवस केवल एक दिन नहीं है, बल्कि भारतीय सशस्र बलों के शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दायरे में उठाया जाने वाले हर कदम आत्मरक्षा के लिए होता है, न कि आक्रमण के लिए। अगर दुश्मन देश ने हमारे ऊपर आक्रमण किया, तो हम उसे कारगिल की तरह मुंहतोड़ जवाब देंगे। 

 

राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश में कहा कि कारगिल विजय दिवस केवल एक दिन नहीं है बल्कि भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है। राष्ट्रीय सुरक्षा के दायरे में हम जो कुछ भी करते हैं, वह हमेशा आत्मरक्षा के लिए करते हैं, आक्रमण के लिए नहीं। अगर दुश्मन देश ने कभी हमारे ऊपर आक्रमण किया, तो हमने यह भी साबित कर दिया कि कारगिल की तरह हम उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि इस देश को सुरक्षित रखने का कार्य अगर सीमा पर हमारे सैनिक कर रहे हैं, तो इसकी एकता, अखंडता और भाईचारे को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है।

स्वाभिमान का प्रतीक

उन्होंने कहा कि कारगिल न केवल हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है, बल्कि अन्याय के खिलाफ उठाया गया कदम भी है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दायरे में हम जो कुछ भी करते हैं वह आत्मरक्षा के लिए होता है न कि हमले के लिए।

दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक 


वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सैनिकों की वीरता और साहस को सलाम किया। शाह ने ट्विटर पर लिखा कि कारगिल विजय दिवस भारत के गर्व, वीरता और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है। उन्होंने ट्वीट किया कि कारगिल विजय दिवस भारत के स्वाभिमान, अद्भुत पराक्रम और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है। मैं उन शूरवीरों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से करगिल की दुर्गम पहाड़ियों से दुश्मन को खदेड़ कर वहां पुनः तिरंगा लहराया। मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित भारत के वीरों पर देश को गर्व है।

राष्ट्र शहीदों का कृतज्ञ 


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की निडरता, दृढ़ संकल्प और असाधारण वीरता का प्रतीक है। मैं उन सैनिकों को नमन करता हूं जिन्होंने दुश्मन का मुकाबला किया और भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राष्ट्र सदा के लिए उनका और उनके परिवारजनों का कृतज्ञ है।

पाकिस्तान को धूल चटाई


बता दें कि देश में हर साल 26 जुलाई को कारलिग युद्ध का विजय दिवस मनाया जाता है। भारतीय सशस्त्र बलों ने 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तान को युद्ध में हराया था। ऑपरेशन विजय में भाग लेने वाले सैनिकों के गौरव और वीरता को याद करने के लिए इसे विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी घुसपैठियों से भारतीय भूमि को मुक्त कराया गया था।

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